बिलासपुर
मुंगेली
कवर्धा
दुर्ग
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही
बालाघाट
डिंडोरी
अनूपपुर
परियोजना सञ्चालन का वर्ष | राज्य | जिला | तहसील | गाँव और मोहल्ले | आबादी लाभार्थियों की संख्या | कार्यक्षेत्र |
2016 | छत्तीसगढ़ | बिलासपुर | कोटा | 1 गाँव 8 मोहल्ले | 780 | शिक्षा कार्यक्रम (बालमितान कार्यक्रम) |
2017 | छत्तीसगढ़ | बिलासपुर | कोटा | 1 गाँव 8 मोहल्ले | 780 | स्वक्षता एवं ग्रामीण आजीविका कार्यक्रम |
2018 | छत्तीसगढ़ | मुंगेली | लोरमी | 3 गाँव 8 मोहल्ले | 2250 | शिक्षा कार्यक्रम (बालमितान कार्यक्रम, एवं ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण |
2019 | छत्तीसगढ़ | मुंगेली | लोरमी | 3 गाँव 8 मोहल्ले | 2250 | ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण (वन संरक्षण एवं संवर्धन) |
2020 | छत्तीसगढ़ | बिलासपुर | कोटा | 5 गाँव 15 मोहल्ले | 3403 | ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण,परम्परागत कृषि , एवं कोविड-19 के तहत जागरूकता एवं राहत कार्य l |
2021 | छत्तीसगढ़ | बिलासपुर, कवर्धा | कोटा,कवर्धा एवं बोडला | 9 गाँव 22 मोहल्ले | 5855 | ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण,परम्परागत कृषि , एवं कोविड-19 के तहत जागरूकता एवं राहत कार्य l पर्यावरण संरक्षण |
2022 | छत्तीसगढ़ | बिलासपुर, | कोटा | 5 गाँव 15 मोहल्ले | 3403 | ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण,परम्परागत कृषि , एवं कोविड-19 के तहत जागरूकता एवं राहत कार्य l पर्यावरण संरक्षण |
2023 | छत्तीसगढ़ | दुर्ग बिलासपुर ,गौरेला पेंड्रा मरवाही | दुर्ग कोटा, गौरेला एवं मरवाही | 23 गाँव 38 मोहल्ले | 12575 | हाथी परियोजना (वन्यजीव संरक्षण) ग्रामीण आजीविका सशक्तिकरण, परम्परागत कृषि , पर्यावरण संरक्षण शिक्षा कार्यक्रम (बालमितान केंद्र) |